tag:blogger.com,1999:blog-3740312506965112152.post7159581497220605500..comments2023-05-02T07:36:05.516-07:00Comments on जसम लखनऊ: भगवान स्वरूप कटियार का कविता पाठकौशल किशोरhttp://www.blogger.com/profile/00792149500853468601noreply@blogger.comBlogger3125tag:blogger.com,1999:blog-3740312506965112152.post-77098180376129798762010-03-08T03:03:43.153-08:002010-03-08T03:03:43.153-08:00मुझे खेद है की आपके स्नेहिल आमंत्रण के बावजूद मै श...मुझे खेद है की आपके स्नेहिल आमंत्रण के बावजूद मै शहर से बाहर होने की वजह से अनुपस्थित रही . भगवान स्वरूप कटियार जी को हार्दिक बधाई और अनंत शुभकामना की उनकी लेखनी अनवरत चलती रहे .जसम लखनऊ के लिए भी शुभकामनायें की इसी तरह निरंतरता बनी रहे .सुशीला पुरीhttps://www.blogger.com/profile/18122925656609079793noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3740312506965112152.post-69340887756660896342010-02-27T02:06:41.484-08:002010-02-27T02:06:41.484-08:00वह एक शानदार शाम थी कौशल जी. पापा की कविताओं के बह...वह एक शानदार शाम थी कौशल जी. पापा की कविताओं के बहाने पूरी कविता पर काफी सार्थक बात हुई थी. शानदार आयोजन और रिपोर्ट के लिए बधाई!Pratibha Katiyarhttps://www.blogger.com/profile/08473885510258914197noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3740312506965112152.post-14587145689394038482010-02-26T00:59:28.863-08:002010-02-26T00:59:28.863-08:00कौशल किशोर जी !मुझे दुःख है की ऐसे अवसर पर मै उपस्...कौशल किशोर जी !मुझे दुःख है की ऐसे अवसर पर मै उपस्थित न हो सकी !भगवन स्वरूप<br />कटियार जी की कवियों के लिए बधाई देती हूँ !<br />शुभ कामनाओं सहित उषा राय !Anonymousnoreply@blogger.com