शनिवार, 18 सितंबर 2010

तीसरा लखनऊ फिल्म उत्सव 2010


प्रतिरोध का सिनेमा


8, 9 व 10 अक्तूबर 2010
वाल्मीकि रंगशाला ;उ0 प्र0 संगीत नाटक अकादमीद्ध, गोमती नगर, लखनऊ

मित्रों,

कला माध्यमों से यह उम्मीद की जाती है कि वे हमारे समाज और जीवन की सच्चाइयों को अभिव्यक्त करें। सिनेमा आधुनिक कला का सबसे सशक्त और लोकप्रिय कला माध्यम है। लेकिन इस कला माध्यम पर बाजारवाद की शक्तियाँ हावी हैं। मुम्बइया व्यवसायिक सिनेमा द्वारा जिस संस्कृति का प्रदर्शन हो रहा है, वह जनचेतना को विकृत करने वाला है। सेक्स, हिंसा, मारधाड़ इन फिल्मों की मुख्य थीम है। यहाँ भारतीय समाज की कठोर सच्चाइयाँ, जनता का दुख-दर्द, हर्ष-विषाद और उसका संघर्ष व सपने गायब हैं।

आज दर्शक विकल्प चाहता है। वह ऐसी फिल्में देखना चाहता है जो न सिर्फ उसका मनोरंजन करें बल्कि उसे गंभीर, संवेदनशील, जागरुक व जुझारू बनाये। दर्शकों की इसी इच्छा.आकांक्षा ने प्रतिरोध के सिनेमा या जन सिनेमा आन्दोलन को जन्म दिया है। जन सिनेमा के सिलसिले को आगे बढ़ाने के उद्देश्य से हमने लखनऊ में 2008 से फिल्म समारोह के आयोजन द्वारा एक छोटी-सी शुरूआत की हैै जिसकी अगली कड़ी के रूप में तीसरा लखनऊ फिल्म उत्सव 2010 का आयोजन किया जा रहा है। जन संस्कृति मंच द्वारा आयोजित यह उत्सव 8, 9 व 10 अक्तूबर 2010 को वाल्मीकि रंगशाला, उŸार प्रदेश संगीत नाटक अकादमी, गोमती नगर, लखनऊ में होगा। तीन दिनों तक चलने वाले इस फिल्म उत्सव में करीब एक दर्जन से अधिक देशी, विदेशी वृतचित्रों और फीचर फिल्मों का प्रदर्शन होगा।

आप हमारी ताकत हैं। आपके सक्रिय सहयोग की हमें जरूरत है। आप अपने परिवार व दोस्तों के साथ आयें, फिल्में देखें और इस आयोजन को सफल बनानें में अपना हर संभव सहयोग प्रदान करें, हमारी आपसे अपील है।

निवेदक

कौशल किशोर
संयोजक
जन संस्कृति मंच, लखनऊ
कार्यालय: एफ - 3144, राजाजीपुरम, लखनऊ - 226017
मो - 09807519227, 09415220306, 09415568836, 09415114685